सांची का स्तूप की विशेषता - Specialties of Sanchi Stupa
रायसेन जिले में स्थित यह एक बौद्ध स्मारक है।
यह सम्राट अशोक की विरासत है।
सांची स्तूप का व्यास 36.5 मीटर और ऊंचाई लगभग 21.64 मीटर है।
अशोक ने तीसरी सदी ईसा पूर्व में इसे बौद्ध अध्ययन और शिक्षा केंद्र के तौर पर बनवाया था।
सांची स्तूप खास इसलिए भी है क्योंकि इसे देश की सबसे पुरानी शैल संरचना माना जाता है।
इस संरचना को महान स्तूप या स्तूप संख्या-1 कहा जाता है।
यूनेस्को ने साल 1989 से इसे वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा दिया है।