सिंदूर का एक पौधा होता है। जिसे कमीला के पेड़ के नाम से जाना जाता है।

कमीला के पेड़ पर फल गुच्छों में लगते हैं जो शुरू में हरे रंग का होता है लेकिन बाद में या लाल रंग में बदल जाता है।

इन फलों के अंदर ही सिंदूर होता है वह छोटे-छोटे दानों के आकार के होते हैं।

जिसे पीसकर बिना किसी चीज की मिलावट की है इसे सीधे तैयार किया जाता है।

भारत में यह पौधा महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश के कुछ गिने-चुने इलाकों में उगाया जाता है।

सिंदूर का पौधा साउथ अमेरिका और कुछ एशियाई देशों में भी  उगाया जाता है।

सिंदूर कोई केमिकल प्रोडक्ट नहीं है जिसे साइंस के किसी एक्सपेरिमेंट द्वारा बनाया जाता है।

सिंदूर का इस्तेमाल नासिक माथे पर लगाने के लिए किया जाता है बल्कि भोजन को लाल रंग देने में भी इसका उपयोग होता है।

कमीला की पेड़ से निकलने वाले सिंदूर का उपयोग अच्छी श्रेणी की लिपस्टिक बनाने में भी किया जाता है।

इसका इस्तेमाल ना सिर्फ लिपस्टिक बनाने में बल्कि हेयर डाई, नेल पॉलिश जैसी चीजें बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।