ओडिशा ट्रेन हादसे के पीछे का सच - How Many People Have Died
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लगातार दूसरे दिन ओडिशा के बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने ट्रेन हादसे की वजह के बारे में भी बताया।
रेल मंत्री ने खुलासा किया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है।
हादसे की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनगा बाजार स्टेशन से पहले मुख्य के बजाय लूप लाइन पर चली गई थी
जहां उसकी टक्कर पहले से खड़ी मालगाड़ी से हुई।
सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस के लिए अप मेनलाइन का सिग्नल दिया गया और बाद में हटा लिया गया।
इससे ट्रेन लूप लाइन में घुस गई। मालगाड़ी से टकराने के बाद उसके कुछ कोच पटरी से उतर गए।
रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है।
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1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।