यह महल शाहजहां ने मुमताज के याद में बनवाया था। जहाँ की सफ़ेद मार्बल आज भी उतनी ही चमकदार है जितना यह महल बना होगा तब था। कहा जाता है की इस महल में शाहजहां और मुमताज का मकबरा रखा है और इसपर पानी की बुँदे टपकती है चाहे बरसात हो रही हो या न हो रही हो कोई नहीं जनता वह पानी की बून्द कहा से आती है।