बुलंद दरवाजे की खासियत - Specialty of Buland Darwaza.

इसका निर्माण मुगल साम्राज्य के बादशाह अकबर ने साल 1602 में करवाया था।

42 सीढ़ियों के ऊपर स्थित बुलंद दरवाजा 53.63 मीटर ऊंचा और 35 मीटर चौड़ा है।

यह लाल बलुआ पत्थर से बना है जिसे सफेद संगमरमर से सजाया गया है।

दरवाजे के आगे और स्तंभों पर कुरान की आयतें खदी हुई है।

यह दरवाजा एक बड़े आंगन और जामा मस्जिद की ओर खुलता है।

इस प्रवेश द्वार के पूर्वी तोरण पर फारसी में शिलालेख अंकित है

बुलंद दरवाजे पर बना पारसी शिलालेख अकबर के खुले विचारों को दर्शाता है।

मुगलकालीन धरोहर बुलंद दरवाजे के निर्माण में 12 वर्षों का समय लगा था।