क्या है ग्रीन बॉन्ड ? What is Sovereign Green Bond?
क्या है सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड?
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड केंद्र या राज्य सरकार द्वारा जारी डेट इंस्ट्रूमेंट (debt instrument) है जो निवेशकों से पैसा उधार लेने के लिए जारी किया जाता है. इनसे जुटाएं गए फंड का उपयोग पब्लिक सेक्टर के एनवायरनमेंट फ्रेंडली और ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करने के लिए किया जाता है.
क्यों जारी किये जाते है ग्रीन बॉन्ड?
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड को किसी देश की इकॉनमी में कार्बन इंटेंसिटी को कम करने के उद्देश्य से जारी किया जाता है साथ ही ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है.
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड की मदद से जलवायु परिवर्तन शमन, जलवायु परिवर्तन अनुकूलन, एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन और नेचुरल रिसोर्स को संरक्षण प्रदान किया जाता है.
क्लाइमेट एक्शन एक्टिविटी के लिए ग्लोबल फाइनेंसियल रिसोर्स को आकर्षित करने के लिए भी सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड का उपयोग किया जाता है.
लेटेस्ट अपडेट ग्रीन बांड पर
वित्त मंत्रालय ने हाल में घोषणा की है कि RBI के परामर्श से 16,000 करोड़ रूपये के सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (SGrBs) की नीलामी की जाएगी. जिसकी नीलामी दो किश्तों (प्रत्येक 8000 करोड़) में की जाएगी. सरकार ने RBI के परामर्श से फाइनेंसियल ईयर 2022-23 के लिए SGrBs का कैलेंडर जारी किया है.
वित्त मंत्रालय ने हाल में घोषणा की है कि RBI के परामर्श से 16,000 करोड़ रूपये के सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (SGrBs) की नीलामी की जाएगी. जिसमे ₹8,000 करोड़ की दो किश्तों में सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड की नीलामी की जाएगी.
साथ ही RBI ने घोषणा की है कि इन ग्रीन बांड में से पहले किश्त की नीलामी 25 जनवरी को और दूसरी 09 फरवरी को की जाएगी. सरकार ने RBI के परामर्श से फाइनेंसियल ईयर 2022-23 के लिए SGrBs का कैलेंडर जारी किया है.
इन ग्रीन बॉन्ड के आय का उपयोग कार्बन इमिशन को कम करने वाले पब्लिक सेक्टर के प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करने के लिए किया जायेगा.