भारत का पहला न्यूट्रल ड्रोन, जाने क्या है न्यूट्रल ड्रोन – Indias First Neutral Drone, Know about Neutral Drone.
भारत की सबसे बड़ी ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस ने वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम के प्लेटफार्म से पहले कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन को लांच किया. WEF जैसे प्रतिष्टित प्लेटफार्म से इस तरह की लॉन्चिंग ग्लोबल लेवल पर भारत की कार्बन-न्यूट्रल प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
ड्रोन स्टार्टअप कंपनी, गरुड़ एयरोस्पेस ने 19 जनवरी को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के इंडियन सस्टेनेबिलिटी लाउंज में पहले कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन का अनावरण किया
इस अवसर पर गरुड़ एयरोस्पेस ने घोषणा की कि अगले 15 महीनों में 25,000 से अधिक ड्रोन का निर्माण किया जायेगा जो कृषि क्षेत्र में क्रांति लाएगा.
पीएम मोदी ने पूरे भारत के 100 गांवों में 100 किसान ड्रोन को हरी झंडी दिखाई थी जो कृषि हरित क्रांति 2.0 की शुरुआत थी जिसकी मदद से युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए है.
स्टार्ट-अप और निवेश WEF के अन्य एजेंडे में प्रमुख है और इस प्रकार का कार्बन-न्यूट्रल पहल WEF के क्लाइमेट एक्शन टारगेट के अनुरूप है.
कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन का महत्व:
इस प्रकार के कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन के प्रयास से भारत में तेजी से बढ़ रहे स्टार्टअप की क्षमता को दर्शाता है और आगे आने वाले समय में अन्य भारतीय टेक स्टार्टअप को प्रेरित करेगा.
इस तरह के इनोवेटिव आइडियाज से भारत के नेट जीरो कार्बन इमिशन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी साथ ही ऐसे प्रयास पीएम मोदी की जीरो कार्बन इमिशन की प्रतिबद्धता को भी बल देगा. पीएम मोदी ने हरियाणा के मानेसर से भारत के पहले किसान ड्रोन को लांच किया था.
भारत का पहला न्यूट्रल ड्रोन, जाने क्या है न्यूट्रल ड्रोन – Indias First Neutral Drone, Know about Neutral Drone.
भारत में ड्रोन का भविष्य:
भारत के टेक स्टार्टअप देश में ड्रोन के विकास में काफी प्रगति की है. फिक्की की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में ड्रोन और इसका बिज़नेस 2030 तक लगभग 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक का हो जायेगा.
भारत में अब भी बाहर से ड्रोन इम्पोर्ट किये जा रहे है जो ग्लोबल इम्पोर्ट का लगभग 22.5 प्रतिशत है. लेकिन आने वाले समय में इस आकड़े में कमी देखी जाएगी क्योंकि भारत के ड्रोन स्टार्टअप इस समय काफी तेजी आगे बढ़ रहे है.
गरुड़ एयरोस्पेस:
भारत के इस ड्रोन मेकिंग स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी. यह भारत का तेजी से बढ़ता हुआ ड्रोन स्टार्टअप है. इसका मुख्यालय चेन्नई में स्थित है जो मुख्य रूप से कृषि आधारित ड्रोन का निर्माण करता है.
कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन:
ड्रोन स्टार्टअप कंपनी, गरुड़ एयरोस्पेस ने 19 जनवरी को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के इंडियन सस्टेनेबिलिटी लाउंज में पहले कार्बन-न्यूट्रल ड्रोन का अनावरण किया.
इस अवसर पर गरुड़ एयरोस्पेस ने घोषणा की कि अगले 15 महीनों में 25,000 से अधिक ड्रोन का निर्माण किया जायेगा जो कृषि क्षेत्र में क्रांति लाएगा.
पीएम मोदी ने पूरे भारत के 100 गांवों में 100 किसान ड्रोन को हरी झंडी दिखाई थी जो कृषि हरित क्रांति 2.0 की शुरुआत थी जिसकी मदद से युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए है.
स्टार्ट-अप और निवेश WEF के अन्य एजेंडे में प्रमुख है और इस प्रकार का कार्बन-न्यूट्रल पहल WEF के क्लाइमेट एक्शन टारगेट के अनुरूप है.
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