Calories in dal chawal – चावल और दाल खाने के10 अद्भुत फायदे ?

भारत में 90% लोगों का रोजिंदा पकवान दाल और चावल हैं.calories in dal chawal-चावल और दाल खाने के अद्भुत फायदे ? यह पकवान भारतीय किचन में प्रसिद्ध रेसिपी है. आप सभी ने अपने जीवन में कई बार दाल चावल खाएं होंगे, दाल चावल में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन पाएं जाते हैं, जिससे आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है और विविध प्रकार की बीमारियों से बचने में सहायता मिलती हैं.

काफी लोगों को लगता हैं कि दाल और चावल में कैलरी कम होती है लेकिन लोग इस बात से अंजान हैं, की दाल और चावल पोषण तत्वों से भरपूर आहार है. इसमें कैलरी के साथ साथ और भी विटामिन आपको मिलते हैं. फिर भी लोगो के मन में दाल और चावल से जुड़े अलग अलग सवाल पाएं जाते हैं, जैसे की दाल और चावल में क्या क्या प्रोटीन होता है ये खाने से शरीर को क्या लाभ होते है, क्या दाल चावल को रोज खाना चाहिए, दाल चावल को किस वक्त पर खाना चाहिए और भी बोहोत सारे.

अगर आपके मन में भी ये सभी सवाल उत्पन होते हैं, तो आप इस लेख की सहायता से इन सभी सवालों के जवाब को आसानी से जान सकते हैं. तो चलिए जानते हैं calories in dal chawal के बारे में….

दाल के प्रकार और कैलोरी

सामान्य दाल में 100 ग्राम और अच्छी गुणवत्ता वाली दाल में करीब 350 कैलोरी होती हैं। यह बॉडी को ऊर्जा प्रदान करती है यह मांसाहारी और शाकाहारी दोनों के लिए एक श्रेष्ठ आहार है।

1. तूअर/अरहर दाल (Toor/Arhar Dal)

यह दाल पीली रंग की होती है और भारत में बहुत लोकप्रिय है। इसे देशभर बड़े स्वाद के साथ बनाई जाती है इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं और इसे एक स्वस्थ भोजन का हिस्सा माना जाता हैं.

2. मूंग दाल (Moong Dal)

मूंग दाल के छोटे आकार के दाने होते हैं और सफेद रंग की होती हैं। मूंग दाल एक सुपरफूड है जो पौष्टिकता और स्वाद को एक साथ मिलाता है। इसमें उच्च प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन्स होते हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह दाल आसानी से पाचन होने के साथ साथ तेजी से पकती है.

3. चना दाल (Chana Dal)

यह दाल बड़े आकार के दानों वाली और पीली रंग की होती है। चना दाल भारतीय किचन में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली दाल हैं इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं, और इसका सेवन सतत ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है.

4. उड़द दाल (Urad Dal)

इसमें छोटे से काले दाने होते हैं और इसे बारीक पीसकर दाल बनाई जाती है। उड़द दाल उच्च प्रोटीन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत होती है। इसका सेवन विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों के रूप में किया जा सकता है और और इससे पाचन की समस्या भी दूर होती हैं.

5. मसूर दाल (Masoor Dal)

मसूर दाल एक लोकप्रिय दाल है जो इसके स्वाद और पौष्टिकता के लिए जानी जाती है। यह दाल भूरे रंग की होती है . इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन्स होते हैं, जो सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसे विभिन्न स्वादिष्ट रेसिपीज़ में शामिल किया जा सकता है.

6. काली उरद दाल (Black Gram Dal)

इसमें काली दालें होती हैं और इसे उड़द कहा जाता है। काली उरद दाल एक लोकप्रिय दाल है जो इसके क्रीमी और नटटी स्वाद के लिए पहचानी जाती है। इसमें उच्च प्रोटीन, आयरन, फाइबर, और विटामिन्स होते हैं, इसे तड़के दार दाल, काली दाल मखनी, या दाल खिचड़ी के रूप में बनाया जा सकता है.

चावल के प्रकार और कैलोरी-calories in dal chawal

हर 100 ग्राम के चावल में लगभग 130 कैलोरी होती हैं, जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फाइबर, थाइमिन, और नियासिन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह एक मुख्य भोजन है जो ऊर्जा प्रदान करता है और सेहत के लिए महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स प्रदान करता है।

1. व्हाइट राइस (White Rice)

यह सबसे आम चावल है जिसमें धान का चिलका हटा दिया जाता है। इसका सेवन भारतीय किचन में सामान्य रूप से होता है, और इसका स्वाद सबको पसंद आता है। हालांकि इसमें बहुत कम फाइबर होता है, इसमें अधिक कार्बोहाइड्रेट्स होता हैं, इससे तेजी से शरीर को ऊर्जा मिलती है, लेकिन फाइबर की कमी के कारण इसका सेवन मात्रा में करना चाहिए.

2. बासमती राइस (Basmati Rice)

यह चावल विश्व-भर में प्रख्यात है और खासतर भारत में इसका सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता हैं इसमें अद्भुत खुशबू, लंबे दाने और अच्छे स्वाद की विशेषता होती है। बासमती राइस की इस विशेष गुणवत्ता ने इसे विश्वभर में मशहूर बना दिया है। इसका सेवन हर घर में किया जाता है बासमती राइस, अपनी उच्च गुणवत्ता के लिए जाना जाता है और इसे बिरयानी, पुलाव, और अन्य विभिन्न व्यंजनों के रूप में बनाने में उपयोग किया जाता है। इसकी बहुत विविधता और स्वाद की वजह से इसे भारतीय खानपान में अधिक उपयोग किया जाता हैं.

3. ब्राउन राइस (Brown Rice)

यह एक प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाला चावल है जिसमें ब्राउन हुए धान का चिलका हटाया नहीं जाता है। इसमें बहुत सी फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स होते हैं, जिससे यह एक आरोग्यप्रदान आहार बनता है। इसमें मौजूद फाइबर से युक्त होने के कारण इसका सेवन आपकी पाचन शक्ति को सुधारता है और लंबे समय तक भूख को कम करता है। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स का सही समृद्धि होने से आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद होती है।

4. काले चावल (Black Rice)

काले चावल, जिसे काले चावल या ‘फॉरबिडन राइस’ भी कहा जाता है, एक अदभुत और पौष्टिक अनाज है जो अपने गहरे काले रंग की वजह से पहचाना जाता है। यह चावल अपनी मधुर, नटीज रंगीनी और भरपूर खुशबू के लिए प्रसिद्ध है। काले चावल को अक्सर ‘काले सोने का चावल’ भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें गहरा सोने का रंग होता है और इसमें स्वास्थ्य लाभों की भरमार है। इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन्स, और खनिज होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। इसका सेवन करना डाइबिटीज कंट्रोल, हृदय स्वास्थ्य, और ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

5. लाल चावल (Red Rice)

लाल चावल, जिसे कई नामों से जाना जाता है जैसे कि ‘हरित कोकुम चावल’ या ‘राजमुद्रा राइस’,यह एक अदभुत रंगीन चावल है जो उसके गहरे लाल रंग के लिए पहचाना जाता है। इसका विशेष रंग उसमें मौजूद अंगूरों, लाल बरबरीज़, और अन्य शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण होता है। लाल चावल का सेवन करने से आपको फाइबर, प्रोटीन, विटामिन्स और खनिज की अच्छी मात्रा मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं।

6. जैस्मिन चावल (Jasmine Rice)

जैस्मिन चावल, जिसे ‘चाय के संगम’ के नाम से भी जाना जाता है, एक खासतर से खुशबूदार चावल है जो अपनी मिठास और फूलों की खुशबू के लिए मशहूर है। यह दक्षिण-पूर्व एशियाई किचन घरों में आम तौर से पाया जाता है और इसका सेवन करने से शरीर को ज्यादा लाभ होते है जैस्मिन चावल की खास बात यह है कि इसमें भूरा रंग और अदभुत खुशबू होती है, जो इसे अन्य चावलों से अलग बनाता है। इसमें कम प्रोटीन और फाइबर होती है, लेकिन इसका सेवन आपको अच्छे कार्बोहाइड्रेट्स और तेजी से उपलब्ध ऊर्जा का स्रोत प्रदान करता है।

7. पोन्नी चावल (Ponni Rice)

पोन्नी चावल भारतीय किचन में एक प्रमुख रूप से उपयोग किया जाने वाला चावल है, जिसे दक्षिण भारत, खासकर तमिलनाडु क्षेत्र से प्राप्त किया जाता है। इसकी विशेषता यह है कि यह बहुत ही खास मिठास और बैलेंस्ड स्वाद प्रदान करता है। पोन्नी चावल का सेवन करने से आपको ऊर्जा का संचार होता है और इसमें फाइबर की सही मात्रा से आपकी पाचन शक्ति को भी सुधार मिलती है।

दाल और चावल के फायदे

  1. दाल और चावल मिलाकर भरपूर प्रोटीन स्रोत बनता हैं, जिससे शरीर को सभी आवश्यक एमिनो एसिड्स मिलते हैं और ऊर्जा का संचार होता है।
  2. चावल के सेवन से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को अच्छी तरह से ऊर्जा प्रदान करते हैं और दिनभर की गतिविधियों के लिए एक स्थिर स्रोत होते हैं।
  3. दाल में फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन्स होते हैं, जो शारीरिक सेहत के लिए उत्तम होते हैं।
  4. दाल और चावल का नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है, क्योंकि इनमें फाइबर और अन्य गुणकारी तत्व होते हैं।
  5. चावल का सेवन सांत्वना को बनाए रखने में मदद कर सकता है और दाल में पौष्टिक प्रोटीन वजन कम में सहायक हो सकता है।
  6. दाल और चावल का सेवन करने से डायबिटीज दूर करने में सहायता मिलती है.
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