Varanasi: कैंट स्टेशन का मार्च तक पूरा होगा री-मॉडलिंग का काम – Remodeling work of Cantt station will be completed by March

Remodeling work of Cantt station will be completed by March

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन  से रोजाना 112 ट्रेनें गुजरती हैं। इस स्टेशन से हर दिन औसतन 67 हजार 216 यात्रियों का आवागमन होता है, जो पिछले साल की तुलना में 150 प्रतिशत अधिक है। ऐसे में रेलवे ने इस स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने का फैसला किया है।

Varanasi: कैंट स्टेशन का मार्च तक पूरा होगा री-मॉडलिंग का काम

Varanasi: कैंट स्टेशन का मार्च तक पूरा होगा री-मॉडलिंग का काम - Remodeling work of Cantt station will be completed by March
Varanasi: कैंट स्टेशन का मार्च तक पूरा होगा री-मॉडलिंग का काम – Remodeling work of Cantt station will be completed by March

 

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर दो माह बाद सुविधाएं बढ़ जाएंगी। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी। रेलवे प्रशासन का दावा है कि 500 करोड़ से अधिक रुपये से बजट से कराए जा रहे री-मॉडलिंग का काम 31 मार्च तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। इसको लेकर फरवरी और मार्च दोनों महीने का पूरा कार्य का शेड्यूल बना लिया गया है। काम भी युद्ध स्तर पर कराया जाएगा, जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है।

कैंट रेलवे स्टेशन से रोजाना 112 ट्रेनें गुजरती हैं। इस स्टेशन से हर दिन औसतन 67 हजार 216 यात्रियों का आवागमन होता है, जो पिछले साल की तुलना में 150 प्रतिशत अधिक है। ऐसे में रेलवे ने इस स्टेशन के सुंदरीकरण, मौजूदा प्लेटफार्मों में सुधार, दो नए प्लेटफार्म, दो नए एफओबी और तीसरे प्रवेश द्वार आदि को बनाने का निर्णय लिया है, जिसका काम इस समय तेजी से चल रहा रहा है।

फरवरी-मार्च में यात्रियों को होगी परेशानी

varanasi station

 

स्टेशन पर प्लेटफार्म दो-तीन को 10.7 मीटर चौड़ा कर दिया गया है, जबकि चार-पांच को चौड़ा करने का काम चल रहा है। इसी तरह 10 मीटर चौड़े और 144 मीटर लंबे एफओबी नंबर तीन का निर्माण करीब-करीब पूरा कर लिया गया है। करीब 50-60 स्थानों पर बने डायमंड क्रासिंग को खत्म किया जा रहा है, जिससे यार्ड में ट्रेनों की रफ्तार 15 किमी से अधिक बढ़ाई जा सके। हालांकि फरवरी-मार्च में स्टेशन पर नॉन इंटरलाकिंग कार्य किया जाएगा, जिसके कारण यात्रियों को परेशानी होगी।

प्लेटफार्म 10-11 से चलेंगी प्रयागराज रूट की ट्रेनें

स्टेशन पर तीसरे नंबर का प्रवेश द्वार बनाया जाना है। यहीं से प्लेटफार्म नंबर दस और ग्यारह बनाया जा रहा है। इस रेलवे लाइन को प्लेटफार्म पांच से भी जोड़ दिया जाएगा। यहीं से प्रयागराज और प्रतापगढ़ रूट की ट्रेनें चलेंगी। इसके लिए एफओबी बनकर तैयार भी हो गया है।
VARANASI JN.
वाराणसी सिटी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर से सभी प्लेटफार्मों का जुड़ाव होगा। वाराणसी यार्ड में प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाई जा रही है। इससे अब लंबे कोच (25 कोच) की भी ट्रेनें खड़ी हो सकेंगी। इसके पहले कुछ ही प्लेटफार्म पर लंबी ट्रेनें (अधिक कोच वाली) ही खड़ी हो पाती थी, जिसके कारण यात्रियों को भी परेशानी होती थी। इसी तरह बनारस स्टेशन, प्लेटफार्म एक से चार तक की लाइनों का प्लेटफार्म संख्या छह से नौ तक के लाइनों का शिवपुर से सीधा जुड़ाव होगा।
शिवपुर की ओर से गुड्स बाईपास लाइन का निर्माण स्टेशन के दूसरी छोर से किया जा रहा है, जिससे यार्ड के माध्यम से क्रास मूवमेंट कम होगा। साथ ही शिवपुर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाली सभी मालगाड़ियां निकल जाएंगी। वहीं, यात्री गाड़ी के रखरखाव के लिए दो नई वाशिंग लाइन बनाई जा रही है। साथ ही चार सिक लाइन पिट भी बनाई जा रही है। इससे ट्रेनों में आई खराबी को भी ले जाकर ठीक किया जा सकेगा।

 

 

 

 

 

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