1. प्रैक्टिकल अनुभव: व्यवसायिक दुनिया में अनुभव प्राप्त करने का मौका मिलता है।

2. नेटवर्किंग: व्यावसायिक संवाद के माध्यम से नए संबंध बना सकते हैं।

3. नए कौशल: नए कौशल और ज्ञान की प्राप्ति होती है, जो करियर को आगे बढ़ाते हैं। 

4. समस्याओं का सामना: वास्तविक समस्याओं का सामना करने का मौका मिलता है, जो समस्या-समाधान की क्षमता को बढ़ावा देते हैं। 

5. रिज्यूमे पर प्रेरणा: रिज्यूमे को मजबूती देती है और करियर के अवसरों को बढ़ावा देती है। 

6. व्यावसायिक संवाद: संगठन की संरचना और संगठन की संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है।

7. करियर की दिशा में मदद: करियर के निर्माण में मार्गदर्शन और सीखने का मौका प्राप्त होता है।

8. आत्म-विश्वास: आत्म-विश्वास बढ़ता है और स्वयं को साबित करने में मदद करता है।