How to Preserve Corn for Long Time: बारिश के मौसम में भुने हुए मकई या भुट्टे की महक हर किसी को लुभाती है। ऐसे में बेशक आपको भी भुट्टे का स्वाद पसंद होगा, लेकिन क्या आप इस मोटे अनाज के चमत्कारी फायदों के बारे में जानते हैं? आपको जानकर हैरानी होगी कि इस अनाज में कई गंभीर से गंभीर बीमारियों का हल छिपा है। जो लोग इस अनाज से जी चुराते हैं, वो भी मकई के फायदे जानने के बाद इसे खाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। तो आइए इस लेख के माध्यम से हम मकई के गुण और उपयोग से जुड़ी कई जरूरी बातें जानने का एक प्रयास करते हैं।
8 Benefits of Eating Corn
ज्यादातर लोगों को पॉपकॉर्न खाना पसंद होता है और भुट्टा भी हम सभी की चॉइस है। लेकिन जो लोग कॉर्न को अपनी डायट का हिस्सा बना लेते हैं, उन्हें बुढ़ापे में भी चश्मा लगाना नहीं पड़ता और मोतियाबिंद के ऑपरेशन की नौबत भी नहीं आती है। कई लोगों को लगता है कि भुट्टा केवल फुर्सत के समय में बैठकर दोस्तों के साथ इंजॉय करनेवाला एक फास्ट फूड है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप चाहे पॉपकॉर्न के रूप में खाइए, स्वीट कॉर्न के रूप में खाइए या फिर भुट्टे के रूप में, यह हमेशा आपके शरीर में फाइबर्स और मिनरल्स की कमी को दूर करता है। अगर आपको भी मक्का यानी कॉर्न के बारे में यह गलतफहमी है कि यह प्रॉसेस्ड फूड होता है तो आप इस बात को दिमाग से निकाल दें। क्योंकि मक्का एक साबुत अनाज होता है, जो बहुत ही ताकतवर होता है और शरीर को पुष्ट (हेल्दी) बनाने का काम करता है।
मकई या भुट्टा खाने के फायदे – 8 Benefits of Eating Corn
1. डायबिटीज को नियंत्रित करे
कॉर्न के फायदे हाई ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए लाभदायक हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि मकई से संबंधित दो अलग-अलग शोध से होती है। चूहों पर आधारित एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) के एक शोध में पाया गया कि पर्पल कॉर्न (जिसे ब्लू कॉर्न के नाम से भी जाना जाता है) में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर टाइप-2 डायबिटीज मरीजों पर आधारित शोध में सीधे तौर पर मकई को सहायक माना गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि नियमित आहार में मकई को शामिल करने वाले मरीजों में ब्लड शुगर में असरदार कमी देखने को मिली। इसके अलावा, विशेषज्ञ भी फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विटामिन से समृद्ध स्रोत के तौर पर डायबिटीज में मकई को शामिल करने की सलाह देते है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मकई का उपयोग कर डायबिटीज की समस्या में कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है।
2. गर्भावस्था में उपयोगी
भुट्टा खाने के फायदे गर्भावस्था में भी लाभकारी साबित हो सकते हैं। कारण यह है कि इसमें कैल्शियम, आयरन और फोलिक एसिड के साथ-साथ विटामिन सी, डी और ए पाया जाता है। वहीं, यह सभी पोषक तत्व गर्भावस्था में भी उपयोगी माने जाते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद फोलिक एसिड और विटामिन-बी होने वाले शिशु में न्यूरल ट्यूब दोष (शिशु के मस्तिष्क व रीढ़ में विकार उत्पन्न होना) से बचाने में मदद करते हैं। वहीं, गर्भावस्था में शुगर (जेस्टेशनल डायबिटीज) की समस्या में डॉक्टर पौष्टिक आहार में कॉर्न लेने की भी सलाह देते हैं। इन सभी तथ्यों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि मकई का इस्तेमाल गर्भावस्था में लाभकारी परिणाम प्रदर्शित कर सकता है।
3. पाचन को करे दुरुस्त
पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी भुट्टा खाने के फायदे सहायक हो सकते हैं। इस बात का प्रमाण मकई से संबंधित एक शोध में मिलता है। शोध में माना गया है कि मकई में मौजूद विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स पाचन में सुधार का काम कर सकते हैं। वहीं, यह भी माना गया है कि मकई का सेवन पाचन में सहायक पाचक रस के उत्पादन को बढ़ाने का भी काम कर सकता है। इस आधार पर यह
4. हड्डियों को बनाए मजबूत
मकई खाने के फायदे में बोन हेल्थ भी शामिल है। मकई में मौजूद घुलनशील फाइबर हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद साबित होता है। वहीं, मकई में सीधे तौर पर कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने का काम करता है। इसके अलावा, मकई से संबंधित एक अन्य शोध में भी जिक्र मिलता है कि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बोन लॉस (हड्डियों का कमजोर होना) के जोखिम को कम कर सकते हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि मकई का सेवन हड्डियों के लिए भी लाभप्रद हो सकता है।
5. आंखों के लिए फायदेमंद
मकई में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और जैक्सैन्थिन आंखों की रोशनी को बचाए रखने में लाभकारी माने जाते हैं। इस मामले में किए गए एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि उम्रदराज लोगों में इन यौगिकों की कमी की वजह से आंखों की नसों में शिथिलता आती है। इससे कम दिखाई देने या अंधेपन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आंखों के लिए भी कॉर्न के फायदे सहायक माने जा सकते हैं।
6. वजन नियंत्रण में सहायक
बढ़े हुए वजन से परेशान लोगों के लिए भी भुट्टा एक आसान और उत्तम उपाय साबित हो सकता है। वजह यह है कि इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कि वजन को नियंत्रित रखने के साथ ही उसे कम करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा, भुट्टे के बाल का उपयोग भी बढ़ते वजन को रोकने में कारगर हो सकता है। अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी ने भी इस बात को स्वीकार किया गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि मेसिन नाम के रसायन से भरपूर कॉर्न सिल्क (भुट्टे पर मौजूद हल्के रेशेदार बाल) का अर्क वजन को कम करने में सहायक हो सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कॉर्न के फायदे बढ़ते वजन को कम करने में भी मददगार हो सकते हैं।
7. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करे
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए भी मकई का उपयोग सहायक साबित हो सकता है। मकई से संबंधित एक शोध में जिक्र मिलता ही कि मकई के तेल में लिनोलेइक एसिड मौजूद होता है। यह लिनोलेइक एसिड बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम कर उसे नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मकई का सेवन कर कुछ हद तक कोलेस्ट्रॉल के बढ़े स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
8. त्वचा और बालों के लिए उपयोगी
विशेषज्ञों के मुताबिक मकई में विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है, जो त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी लाभदायक है। इसके अलावा, मकई में विटामिन-ए, डी, सी, ई, जिंक व आयरन जैसे पोषक भी मौजूद होते हैं। इनमें से विटामिन डी, सी, जिंक व आयरन बालों के लिए और विटामिन-ए, डी, सी, ई त्वचा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि त्वचा और बाल के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मकई खाने के फायदे कारगर हैं।
मकई या भुट्टा आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छा है?
मकई एक ऐसा खाद्य है, जिसमें फैट, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर के साथ कई जरूरी विटामिन और मिनरल्स मौजूद रहते हैं। इस कारण यह शरीर में विभिन्न पोषक तत्वों की पूर्ति का काम कर सकता है। साथ ही यह त्वचा, बाल और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं (जैसे:- पीलिया, हाई बीपी, लिवर विकार, मानसिक विकार और पाचन में परेशानी आदि) में लाभकारी परिणाम प्रदर्शित कर सकता है। यही वजह है कि मकई को सेहत के लिए एक अच्छा खाद्य माना जाता है। लेख के अगले भाग में हम विस्तार से मकई के फायदे और मकई के गुण पर चर्चा करेंगे ताकि इन समस्याओं में यह किस प्रकार फायदेमंद है, इस बात को अच्छे से समझा जा सके।
मकई या भुट्टा का चयन और भुट्टे को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का तरीका – How to Preserve Corn for Long Time
- मकई के चुनाव की बात करें, तो इन्हें खरीदते वक्त ध्यान रखना होगा कि यह ताजे हों और इन पर किसी तरह का दाग या धब्बा न दिखे। वहीं, नीचे दिए गए कुछ बिंदुओं के माध्यम से मकई को सुरक्षित रखने के बारे में आसानी से समझा जा सकता है।
- कमरे के सामान्य तापमान पर ताजी मकई को तीन दिन तक रख कर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- अगर इन्हें तीन दिन में नहीं खाने वाले हैं, तो इन्हें प्लास्टिक से लपेट कर फ्रिज में रख कर करीब एक हफ्ते तक सुरक्षित किया जा सकता है।
- वहीं, लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसके दानों को अलग कर जिपर बैग में डालें और फ्रीजर में लगा दें।
Read More:
पेट दर्द से छुटकारा पाने के 7 घरेलू उपाय – Symptoms of Stomach pain
You must be logged in to post a comment.