SC Demonetisation Case Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम् फैसला सुनाते हुए वर्ष 2016 में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया है और कहा है कि निर्णय लेने की प्रक्रिया त्रुटिपूर्ण नहीं थी.
क्या है डिमोनेटाइजेशन?
डिमोनेटाइजेशन (Demonetization) या विमुद्रीकरण एक देश में लीगल टेंडर के रूप में एक करेंसी यूनिट के मूल्य को अलग करने के कार्य को संदर्भित करता है. इसके तहत किसी देश में चलन में रही करेंसी नोटों के लीगल टेंडर को रद्द कर दिया जाता है. कभी-कभी, कोई देश पुरानी मुद्रा को पूरी तरह से नई मुद्रा से बदल देता है.
सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला डेमोनेटाइजेशन पर।
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम् फैसला सुनाते हुए वर्ष 2016 में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया है और कहा है कि निर्णय लेने की प्रक्रिया त्रुटिपूर्ण नहीं थी. पांच सदस्यीय बेंच ने इस मुद्दे पर
4:1 के बहुमत से फैसला दिया है.
आपको बता दें कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विमुद्रीकरण (demonetization) के एक फैसले के तहत ₹1,000 और ₹500 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था. सरकार के इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट कई याचिकाएं दायर की गयी थी, जिस पर आज फैसला आया है.
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