Side Effects of AC and Cooler Air: गर्मियों का मौसम एक बार फिर लौट आया है और तेज धूप और तपिश में आपको सबसे पहले जिस चीज का ख्याल आता होगा वह है कूलर क्योकि कूलर ही हमें गर्मी में सबसे ज्यादा राहत देता है। कुछ लोग दिन-रात एसी और कूलर की हवा में रहते हैं। हालांकि उनकी यह आदत हो जाती है। लेकिन यह आदत शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होती है। तो आइए जानते हैं एसी ओर कूलर की हवा से क्या-क्या नुकसान होते हैं।
AC और कूलर की हवा से होने वाले नुकसान – Side Effects of AC and Cooler Air
गर्मी काफी ज्यादा बढ़ रही है। अप्रैल से लेकर जून तक के महीने में काफी ज्यादा गर्मी लगती है। गर्मी से राहत पाने के लिए हम में से कई लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। कुछ लोग घर में कूलर लगाते हैं, तो वहीं कुछ लोग एसी की ठंडी हवा खाना पसंद करते हैं। एसी की ठंडी हवा गर्मी से राहत दिलाने में काफी असरदार होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रातभर एसी की हवा खाने से स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है? जी हां, अगर आप रातभर एसी की हवा खा रहे हैं, तो इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे- शरीर में दर्द, सांस लेने में परेशानी, स्किन की ड्राईनेस इत्यादि हो सकती हैं। इसलिए हमेशा सीमित मात्रा में ही एसी की हवा में रहें।
इम्यूनिटी कमजोर होने का खतरा
अगर आप दिन रात एसी का इस्तेमाल करते हैं। तो इससे आपका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है। क्योंकि एसी हमारे आसपास एक आर्टिफिशियल टेंपरेचर बनाता है। यानी बाहरी तापमान 32 से 44 डिग्री हो तो कमरे का तापमान 16 से 28 डिग्री हो जाता है। यह आर्टिफिशियल टेंपरेचर हमारी इम्यूनिटी पर गलत असर डालता है। अगर आप अधिकतर बीमार होते हैं। तो हो सकता है कि उसका कारण भी यही है। इसी के साथ चार-पांच घंटे से अधिक एसी में बैठने वालों की म्यूकस ग्रन्थि को ठंडी हवा कठोर बना देती है।
ड्राई स्किन की समस्या
ज्यादा देर तक एसी या कूलर में जगह ठंडी हो जाती है और वहां बैठने से हमारे शरीर की ऊर्जा ज्यादा खर्च नहीं होती है। इस वजह से शरीर की चर्बी चढ़ने लगती है। इससे मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है।
ज्यादा समय तक एसी और कूलर में बैठे रहने से शरीर की त्वचा में नमी की कमी हो जाती है। इस वजह से स्किन ड्राई हो जाती है। इसलिए त्वचा रोग विशेषज्ञ एसी में समय बिताने वालों को 1-2 घंटे के अंतराल पर मॉइश्चराजर लगाते रहने की सलाह देते हैं, ताकि स्किन में नमी की कमी न हो।
बुखार और थकान
लंबे समय तक एसी में रहने से आपको लगातार हल्का बुखार और थकान बने रहने की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं इसका तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है। अगर आप एसी से निकलकर सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबेसमय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं।
छाती में ठंडक
कूलर और एसी की ठंडक के कारण हमारी छाती में भी ठंडक बैठ जाती है। जिसका शरीर पर बुरा असर होता है। जो लोग चादर कंबल आदि ओढ़कर सोते हैं। उनकी अपेक्षा बिना ओढ़े सोने वालों को ठंडक के साथ फंगल इंफेक्शन का भी भय रहता है। साथ ही साथ ही दमा, सांस संबंधी बीमारी वाले लोगों को एसी कूलर की हवा से बचना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या AC की हवा हानिकारक है?
जब तक सिस्टम को नियमित रूप से साफ नहीं किया जाता है, एयर कंडीशनर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का स्रोत हो सकते हैं । वायु संदूषण एक गंभीर समस्या बन सकता है जो लोगों में श्वसन संबंधी बीमारियों में योगदान देता है। इसके अतिरिक्त, काम और घर पर एयर कंडीशनिंग से सर्दी, बुखार, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ज्यादा AC में रहने से क्या होता है?
इससे आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। एयर कंडीशनर के इस्तेमाल से मोटापा बढ़ता है. दरअसल ठंडी जगह पर हमारे शरीर की ऊर्जा खर्च नहीं होती है, जिससे शरीर की चर्बी बढ़ती है। लंबे समय तक एसी में रहने से आपको थकान बने रहने की समस्या हो सकती है।
AC से कौन सी बीमारी होती है?
एसी से पलूशन और बैक्टीरिया युक्त हवा आने पर आपको गले में जलन, सर्दी-जुकाम, फ्लू जैसे लक्षण या आंखों में खुजली और जलन की समस्या हो सकती है। जबकि अस्थमा के मरीजों की तबीयत अधिक खराब हो सकती है।
कूलर की हवा में सोने से क्या होता है?
इससे मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है. ज्यादा समय तक एसी और कूलर में बैठे रहने से शरीर की त्वचा में नमी की कमी हो जाती है। इस वजह से स्किन ड्राई हो जाती है। इसलिए त्वचा रोग विशेषज्ञ एसी में समय बिताने वालों को 1-2 घंटे के अंतराल पर मॉइश्चराजर लगाते रहने की सलाह देते हैं, ताकि स्किन में नमी की कमी न हो।
क्या एसी से सांस लेने में समस्या हो सकती है?
स्वस्थ व्यक्तियों में, बहुत ठंडी हवा वाले एयर कंडीशनर के संपर्क में आने से श्वसन वायुमार्ग में परिवर्तन हो सकता है, जो अस्थमा जैसी पहले से मौजूद स्थितियों के संदर्भ में श्वसन संबंधी बीमारी के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है।
कौन सी हवा बेहतर एसी या कूलर है?
एक एयर कंडीशनर कमरे की आंतरिक हवा को बार-बार प्रसारित करता है, जबकि एक एयर कूलर बाहर से ताजी हवा खींचता है और फिर उसे ठंडा करता है। इसके अलावा, एयर कूलर एयर कंडीशनर की तरह हवा को अत्यधिक शुष्क नहीं बनाता है। जिस तरह से यह काम करता है, उसके कारण एक एयर कूलर आपके कमरे के लिए हवा की बेहतर गुणवत्ता प्रदान करता है ।
बंद कमरे में कूलर चलाने से क्या होता है?
क्या आपने कूलर को बंद कमरे में रखा है? अगर ऐसा है तो वह ठंडी हवा कैसे देगा। जब उसे फ्रेश हवा नहीं मिलेगी तो वह आपको फ्रेश और ठंडी हवा कहां से देगा। माना जाता है कि कमरे में कूलर बंद रखने से उसकी क्षमता आधा तक घट जाती है।
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