Tasty Sabudana Khichdi Recipe:
उपवास में साबूदाने की फरारी खिचड़ी ही सबकी पहली पसंद होती है। इसमें स्टार्च की मात्रा होती है, जो आपका पेट लंबे समय तक भरा रखती है। हल्के मसालों में तैयार किया गया सागो या साबूदाना व्रत में खाया जाता है। नवरात्रि के दौरान साबूदाने की खिचड़ी खूब चाव से खाई जाती है। साबूदाना एक ऐसी खाद्य सामग्री है जिसे आम दिनों के अलावा व्रत में भी खाया जा सकता है। यह आम तौर पर विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात राज्यों में उपवास भोजन के रूप में तैयार किया जाता है। चलिए तो आज के इस आर्टिकल हम आपको साबूदाना की फरारी खिचड़ी कैसे बनाते है इसकी रेसिपी बतायेगे।
व्रत में खाये ये स्वादिष्ट साबूदाना खिचड़ी:-
साबूदाने की फरारी खिचड़ी क्या है?
साबूदाने की फरारी खिचड़ी एक इंडियन व्यंजन है, जो अक्सर व्रत या उपवास के दौरान खाई जाती है। यह भारत में व्रत के दौरान भोजन के रूप में ली जाने वाली सबसे लोकप्रिय डिश है। इसके साथ ही लोग इसे आम दिनों में भी खाना काफी पसंद करते है। यह साबूदाना और मूंगफली दाना को मिलकर बनाई जाने वाली एक डिश है। तो जानते है फिर साबूदाने की फरारी खिचड़ी बनाने की विधि।
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:-

साबूदाना 1 कप
मूंगफली के दाने ½ कप (भुने और दरदरे पिसे हुए)
आलू 3 (उबले हुए)
घी 3 छोटा चम्मच
जीरा ½ छोटा चम्मच
सौफ ½ छोटा चम्मच
हरी मिर्ची 2
कड़ी पत्ता 6
सेंधा नमक ½ छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर ½ छोटा चम्मच
हरा धनिया 2 छोटे चम्मच
नींबू 1
Vedaka Sabudana (Sago)
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साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि:-
स्टेप 1- साबूदाने को एक प्लाले में निकाल कर इसे 2 बार साफ पानी से धो कर इसमें ½ कप पानी डाल कर 5 घंटे भीगने के लिए रख दीजिए।
स्टेप 2- 5 घंटे बाद साबूदाना फूल कर दुगने हो जाएंगे और साबूदाने पूरा पानी सोंख लेंगे। फिर भी यदि अतिरिक्त पानी है तो उसे निकाल दीजिए।
स्टेप 3- उबले हुए आलू के छिलके निकाल कर उन्हें छोटे छोटे टुकड़ों में काट लीजिए।
स्टेप 4- कढ़ाई में घी डाल कर उसे गर्म कर लीजिए। घी के गर्म होने पर उसमें जीरा और सौफ डालिए।
स्टेप 5- जीरा और सौफ जब हल्के ब्राउन होने लगे तब उसमे कटी हुई हरी मिर्च, कड़ी पत्ता और कटे हुए आलू डाल कर कलछी से 2 से 3 बार चला लीजिए।
स्टेप 6- अब इसमें सेंधा नमक, लाल मिर्च पाउडर और दरदरे पिसे हुए मूंगफली के दाने डाल कर इन्हें कलछी से मिलते हुए 1 मिनट पकने दीजिए।
स्टेप 7- अब इसमें भीगे हुए साबूदाने और नींबू निचोड़ कर डालिए और सारी चीजों को मिक्स कर दीजिए।
स्टेप 8- अब उसे ढक कर धीमी आंच पर 4 से 5 मिनट तक पकने दीजिए। इसे बीच बीच में कलछी से चलते रहिए।
स्टेप 9- 5 मिनट बाद गैस बंद कर दीजिए। आपके व्रत में खाने के लिए साबूदाने की फरारी खिचड़ी तैयार है।
साबूदाने की फरारी खिचड़ी बनाने के सुझाव
- अगर आप बड़े वाले साबूदाने का इस्तेमाल कर रही है तो इसे 5-6 घंटे के लिए फूलने के लिए डाले।
- साबूदाने को मध्यम आंच पे पकाये ।
साबूदाने की फरारी खिचड़ी के फायदे:
- साबूदाने की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका सेवन हमारे शरीर की गर्मी को बाहर निकालकर ठंडक प्रदान करता है।
- हड्डियों की मजबूती बढ़ाने के लिए साबूदान खिचड़ी को बहुत उपयोगी माना जाता है।
- साबूदाने की खिचड़ी खाने से रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) सामान्य बना रहता है।
- साबूदाने की खिचड़ी में प्रोटीन और फाइबर होते है जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाते है।
- इसके सेवन से हमारी त्वचा में चमक आती है तथा त्वचा जवान बनी रहती है।
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