Rajkumar Rao’s Film Sri:
बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव के फैन्स के लिए एक खुशखबरी है। जल्द ही एक्टर मशहूर इंडस्ट्रियलिस्ट श्रीकांत बोला की बायोपिक फिल्म में नजर आने वाले हैं। इस बायोपिक का नाम होगा ‘श्री’। अब आपके मन में सवाल होगा की कौन है श्रीकांत बोला। आइये जानते है इस फिल्म के बारे में विस्तार से।
राजकुमार राव की फिल्म ‘श्री’ – Rajkumar Rao’s Film Sri
बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव के फैन्स के लिए एक खुशखबरी है। जल्द ही एक्टर मशहूर इंडस्ट्रियलिस्ट श्रीकांत बोला की बायोपिक फिल्म में नजर आने वाले हैं। इस बायोपिक का नाम होगा ‘श्री’। इसमें राजकुमार राव लीड रोल निभाते दिखेंगे। हाल ही में भूषण कुमार की टी-सीरीज ने इस फिल्म का टीजर रिलीज किया। केवल टीजर देखकर ही फैन्स के रोंगटे खड़े हो गए तो सोचिए फिल्म कितनी जबरदस्त होगी।
फिल्म का प्रोडक्शन भूषण कुमार समेत कृष्ण कुमार और निधि परमार हीरानंदानी संभाल रहे हैं। फिल्म 15 सितंबर को रिलीज होगी। इसमें राजकुमार राव के अलावा शरद केलकर, अलाया फर्नीचरवाला और ज्योतिका भी अहम रोल में नजर आएंगे। आपको बता दें कि ज्योतिका, इस फिल्म से पूरे 22 साल बाद हिंदी फिल्म जगत में कदम रखने जा रही हैं।
आखिरी बार इन्हें साल 2001 में फिल्म ‘लिटिल जॉन’ में देखा गया था। उसके बाद से ही यह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से गायब हैं। हालांकि, तमिल, तेलुगू और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में इन्होंने खूब काम किया, पर हिंदी में वापसी करने का मन अब बनाया है। जानकार हैरानी होगी कि ज्योतिका ने अपने करियर की शुरुआत हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से ही की थी। फिल्म का नाम था ‘डोली सजा के रखना’ जो साल 1998 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में ज्योतिका को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। आज भी एक्ट्रेस दर्शकों के दिल से उतरी नहीं हैं। कुछ दिनों पहले जब इनका वेट लॉस ट्रांसफॉर्मेशन वायरल हुआ था तो लोगों ने इनकी काफी सराहना की थी।
कौन हैं श्रीकांत बोला? – Who is Srikant Bolla
फिल्म जिनकी कहानी पर आधारित है, वह कोई छोटे- मोटे व्यक्ति नहीं, बल्कि मशहूर इंडियन इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। Bollant इंडस्ट्रीज के फाउंडर हैं। यह पहले इंटरनेशनल विजुअली इम्पेयर्ड स्टूडेंट रहे हैं, जिन्होंने Massachusetts Institute of Technology में पढ़ाई की है। साल 1991 में आंध्र प्रदेश के Seetharamapuram में जन्मे श्रीकांत बोला पैदाइशी विजुअली इम्पेयर्ड पर्सन हैं। परिवार खेता बाड़ी करता था।
12 साल की उम्र में श्रीकांत साइंस की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन उन्हें इस तरह करने नहीं दिया गया। बोला ने कोर्ट में केस फाइल किया। छह महीने में जाकर इन्हें साइंस की पढ़ाई करने की इजाजत मिली। अपने रिस्क पर इन्होंने यह पढ़ाई की। 12वीं के एग्जाम में 98 फीसदी नंबर लाकर बोला ने रिकॉर्ड सेट किया। आईआईटी में जब बोला को इनके विजुअली इम्पेयर्ड होने के चलते एडमिशन देने से इनकार कर दिया गया तो इन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर जाकर पढ़ाई की। बोला पहले इंटरनेशनल ब्लाइंड स्टूडेंट बने। अमेरिका ने इन्हें काफी कॉर्पोरेट अवसर मिले, लेकिन बोला शुरू से ही कुछ अलग और बड़ा करना चाहते थे।
बोला ने साल 2011 में Samanvai Center for Children with Multiple Disabilities शुरुआत की। इसके अंतरगत उन बच्चों को पढ़ाई करने की सुविधा दी गई जो एकाधिक विकलांगता (मल्टीपल डिसएबिलिटीज) से जूझ रहे थे। इसके बाद साल 2012 में इन्होंने Bollant कंपनी की स्थापना की। रतन टाटा ने भी इन्हें इस फील्ड में फंडिंग दी थी। इस कंपनी में कई एकाधिक विकलांगों को नौकरियां दी गईं।
साल 2018 में इस कंपनी का टर्नओवर 180 करोड़ रुपये तक गया। साल 2016 में बोला Surge Impact Foundation के डायरेक्टर बने। साल 2017 अप्रैल में इनका नाम फॉर्ब्स मैगजीन के 30 under 30 एशिया में आया जो इनका लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। इसके अलावा भी श्रीकांत बोला ने बहुत चीजें कीं, जिसके लिए वह प्राउड फील करते हैं।
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