हल्दी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। जो भोजन में रंग और स्वाद जोड़ने से लेकर घर के बने मिश्रणों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और भारतीय अनुष्ठानों का एक अविभाज्य हिस्सा बनने तक कई तरह से काम आती है। पीढ़ी दर पीढ़ी हमें हल्दी के कई फायदों के बारे में बताया जाता है।
Uses of Turmeric – हल्दी का उपयोग
भारतीय मसालों में हल्दी (Haldi) का एक अलग ही महत्व है। यही कारण है कि आपको हर घर की रसोई में हल्दी ज़रूर मिलेगी। हल्दी खाने का स्वाद और रंग रूप तो बढ़ाती ही है साथ ही यह कई तरह के रोगों से भी रक्षा करती है। प्राचीन काल से ही हल्दी को जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आयुर्वेद में हल्दी के फायदे के बारे में विस्तृत उल्लेख है। इस लेख में हम आपको हल्दी के फायदे – नुकसान और खाने के तरीके के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
हल्दी क्या है? – (What Is Haldi in Hindi?)
हल्दी एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा कहते है। हल्दी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है।
हल्दी के फायदे – Benefits of Turmeric
1.हाथ-पैरों का दर्द मिटाएं – Relieve Pain In Hands and Feet
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण हाथ पैरों का दर्द मिटा देते है। कभी कभी हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है ऐसा अक्सर ठंड के मौसम में ज्यादा होता है। तो ऐसे में आपको हल्दी का सेवन करना चाहिए आप गर्म दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते है।
2.पायरिया में हल्दी के फायदे – Haldi Beneficial in Pyorrhea in Hindi
सरसों का तेल, हल्दी मिलाकर सुबह-शाम मसूड़ों पर लगाकर अच्छी प्रकार मालिश करने तथा बाद में गर्म पानी से कुल्ले करने पर मसूड़ों के सब प्रकार के रोग दूर (haldi ke fayde) हो जाते हैं। हल्दी का गुण पायरिया के लिए फायदेमंद होता है।
3.पाचन के लिए हल्दी का उपयोग – Turmeric for digestion
पाचन संबंधी समस्या (जैसे – गैस और अपच) कभी भी और किसी को भी हो सकती है। ऐसे में हल्दी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable Bowel Syndrome – आंत संबंधी समस्या) और पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत दिलाने में सहायक हो सकता है । इतना ही नहीं करक्यूमिन में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण अल्सर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकते हैं । इसलिए, पेट और पाचन को सही रखने के लिए खाने में हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।
4.मानसिक स्वास्थ्य में – Turmeric in mental health
हल्दी ,एंग्जायटी ,नेगेटिविटी ,डिप्रेशन ( anxiety, negativity, and depression)की भावनाओं को सुधारने के लिए भी दिखाया गया है। हल्दी शरीर में कोर्टिसोल(Cortisol) के स्तर को कम करती है। कोर्टिसोल हार्मोन और सूजन दोनों ही शारीरिक और मनोवैज्ञानिक(psychological ) तनाव का कारण बनते हैं। ऐसे में हल्दी लोगों का मूड अच्छा करने में मदद कर सकती है।
5.त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में हल्दी – Turmeric in Improving Skin Health
हल्दी का उपयोग लंबे समय से एक नेचुरल स्किन क्लीन्ज़र के रूप में किया जा रहा है जो त्वचा को चमक प्रदान करता है। यह शादी से पहले एक रिलीजियस सेरेमनी का भी एक हिस्सा है, जिससे दूल्हा और दुल्हन की त्वचा को प्राकृतिक चमक मिलती है। शोध अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हल्दी त्वचा की विभिन्न समस्याओं जैसे सोरायसिस, मुंहासे, एक्जिमा और फोटोएजिंग के इलाज में मदद कर सकती है।
6.मधुमेह के लिए हल्दी के फायदे – Turmeric for Diabetes
हल्दी का सेवन मधुमेह के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है। दरअसल, एक शोध में प्रीडायबिटिक आबादी (Prediabetic) पर 9 महीने तक करक्यूमिन (Curcumin – हल्दी का महत्वपूर्ण घटक) का उपयोग लाभकारी साबित हुआ। इसका उपयोग डायबिटीज के जोखिम को कम करता पाया गया । इसके अलावा, करक्यूमिन का एंटी-डायबिटिक गुण मधुमेह में होने वाली किसी प्रकार की जटिलता के जोखिम को भी कम करने में सहायक हो सकता है । ऐसे में अध्ययनों के अनुसार, 12 ग्राम तक करक्यूमिन का सेवन सुरक्षित है । हालांकि, बेहतर है इस बारे में डॉक्टरी परामर्श भी ली जाए, क्योंकि डायबिटीज में हल्दी के सेवन और उसकी मात्रा से संबंधित और जांच की आवश्यकता है।
7.कैंसर से बचाएं – Turmeric in Improving Cancer
कच्ची हल्दी में करक्यूमिन तत्व पाए जाते है जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ने से रोकते है। कच्ची हल्दी में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते है। कच्ची हल्दी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में सहायक होती है। इस बात पर ध्यान देना जरुरी है की कच्ची हल्दी से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं कह सकते।
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