एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कैंसर के लक्षणों – 7 Symptoms of Cancer की सही समय पर पहचान और निदान से बेहतर और सफल इलाज में मदद मिल सकती है। दुर्भाग्यवश कैंसर के बहुत से लक्षणों का शुरुआत में पता नहीं चल पाता है और जब तक पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। यही वजह है कि डॉक्टर और एक्सपर्ट कैंसर के मामूली और हल्के लक्षणों पर भी बारीकी से नजर रखने की सलाह देते हैं। वास्तव में अगर कैंसर के संकेतों और लक्षणों की शुरुआत में पहचान हो जाए, तो इनको बढ़ने या कैंसर की पहली या दूसरी स्टेज में जाने से रोका जा सकता है और सफल इलाज में मदद मिल सकती है।
7 Symptoms of Cancer
कई बार शरीर में होने वाले सामान्य से बदलाव या लक्षण बड़ी बीमारी की वजह हो सकते हैं। सांस लेने में परेशानी, थकान, वेट कम होना, बालों का झड़ना कुछ ऐसे लक्षण हैं, जिसे हम अक्सर अपनी थकान, लाइफस्टाइल में गड़बड़ी या मौसमी बदलाव से जोड़ ते हैं। इन लक्षणों को आम समझकर नज़रअंदाज़ करने की गलती भारी पड़ सकती है। ह्यूमन टेंडेंसी है कि जब तक लक्षण गंभीर रूप न ले ले, तब तक डॉक्टर की सलाह लेने में हम आनाकानी करते हैं। कैंसर भी एक ऐसी ही गंभीर बीमारी है, जो साधारण लक्षणों के साथ आती है। इसकी शुरूआत में हमें कई संकेत मिलते हैं, जिसका असर धीरे-धीरे दिखाई देता है. कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जिन्हें पहचान पाया मुशकिल होता है। आइए जानतें है कैंसर के शुरूआती लक्षण क्या हो सकते हैं।
कैंसर क्या है – What Is Cancer?
कैंसर शरीर में होने वाली एक असामान्य और खतरनाक स्थिति है। कैंसर तब होता है, जब शरीर में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने और विभाजित होने लगती हैं। हमारा शरीर खरबों कोशिकाओं से बना है। स्वस्थ कोशिकाएं शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ती और विभाजित होती हैं। कोशिकाओं की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती या क्षतिग्रस्त होती है, ये कोशिकाएं मर भी जाती हैं। इनकी जगह नई कोशिकाओं का निर्माण होता है। जब किसी को कैंसर होता है, तो कोशिकाएं इस तरह से अपना काम करना बंद कर देती हैं। पुरानी और क्षतिग्रस्त कोशिकाएं मरने की बजाय जीवित रह जाती हैं और जरूरत नहीं होने के बावजूद भी नई कोशिकाओं का निर्माण होने लगता है। ये ही अतिरिक्त कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ट्यूमर (Tumour) होता है। अधिकतर कैंसर ट्यूमर्स होते हैं, लेकिन ब्लड कैंसर (Blood cancer) में ट्यूमर नहीं होता है। हालांकि, हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है। आमतौर यह आस-पास के ऊतकों में फैलता है। असामान्य और क्षतिग्रस्त कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे भागों में पहुंचकर नए घातक व मैलिग्नेंट ट्यूमर बनाने लगती हैं।
कैंसर के 7 लक्षण – Symptoms of Cancer
1. वजन कम होना
hopkinsmedicine ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि अगर आपका बिना किसी वजह वजन कम होता जा रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अगर पिछले कुछ दिनों में आपका वजन 10 पाउंड यानी 4।5 किलोग्राम या इसे अधिक वजन कम हुआ है, तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि दुर्लभ मामलों में यह कैंसर का पहला संकेत हो सकता है।
2. लंबे समय तक दर्द रहना
शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द रहना आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। जैसे लंबे समय से हड्डियों या ओवरी में दर्द रहना, जिसे आप इग्नोर करते हैं। यह दर्द ओवेरियन कैंसर और बोन कैंसर की ओर इशारा करते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी का मानना है कि कैंसर से होने वाले दर्द का आमतौर पर मतलब है कि वह आपके शरीर में फैल रहा है। दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है।
3. फोड़ा या गांठ
शरीर के किसी भाग में कोई फोड़ा, गांठ या फिर कोई त्वचा के कई सारी परतें, जो एक ही जगह पर इकट्ठा हुई हों, यदि इलाज के बावजूद ठीक नहीं हो पा रही हो, तो इसे गंभीरता से लें। यह त्वचा का कैंसर भी हो सकता है। जो कई तरह का हो सकता है।
4. त्वचा का रंग या बनावट में परिवर्तन
त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है और यह कई तरीकों से प्रभावित होती है। पीलिया (आंखों या उंगलियों का पीला होना) एक लक्षण है जो संभावित संक्रमण या कैंसर का संकेत दे सकता है। पीलिया के कोई भी लक्षण दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें। त्वचा पर होने आले तिल-मस्सों को हल्के में न लें, इनमें किसी तरह का बदलाव जैसे बड़ा होना, फफोले पड़ना, बहुत सारे होना, रंग बदलना आदि महसूस होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
5. कूल्हे या पेट में दर्द
कूल्हे या पेट के निचले भाग में होने वाला दर्द भी किसी प्रकार से सामान्य नहीं है। पेट में दर्द होने पर कुछ ही देर में सूजन आ जाना, ऐंठन होना, गर्भाशय का कैंसर हो सकता है। इसके अलावा ल्यूकेमिया में भी प्लीहा के बढ़ जाने के कारण पेट में दर्द हो सकता है।
6. लगातार खांसी होना
मौसम और प्रदूषण के चलते कई लोग खांसी जैसी सामान्य समस्या का सामना करते हैं। वहीं लगातार खांसते रहना और खांसते समय छाती में दर्द होना कैंसर के संकेत हो सकते हैं। लंबे समय तक खांसी का होना लंग्स या थायरोइड कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो उसे इग्नोर न करें।
7. पेशाब में खून आना
पेशाब में खून आना कैंसर का वार्निंग साइन हो सकता है। यह बावेल कैंसर के संकेत हो सकता है। टॉयलेट हैबिट्स में बदलाव यानि सामान्य तौर पर आप जितनी बार टॉयलेट जाते हैं, उससे ज्यादा टॉयलेट जाना और कब्ज की समस्या हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करें। पुरूषों में प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इसकी वजह से कमर के निचले हिस्से में दर्द रहता है।
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