Benefits of Coconut Water: नारियल पानी एक ऐसा प्राकृतिक पेय है, जो पोषण से भरपूर है। नारियल पानी पीने (5 Benefits of coconut water) के कई फायदे हैं। खासकर, प्रेगनेंसी में नारियल पानी पीना बहुत ही फायदेमंद होता है। प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में नारियल पानी का सेवन करने से मां को मॉर्निंग सिकनेस और थकान से राहत मिलती है। अगर आपने प्रेगनेंसी में नारियल पानी का सेवन करना शुरू नहीं किया है तो आज से ही नारियल पानी पीना शुरू कर दें। यहां हम आपको प्रेगनेंसी में नारियल पानी के 5 फायदे बता रहे हैं।
Benefits of Coconut Water – नारियल पानी के 5 फायदे
प्रेगनेंसी का समय महिलाओं के लिए बहुत ही अहम होता है। ऐसे समय में महिलाओं को अपने खान-पान का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि वो जो भी चीजें खाती हैं उसका सीधा असर उनके गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। इसलिए उन्हें पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेने की सलाह दी जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। जिससे शरीर को हाइड्रेट रख सकें। अगर आप पानी का सेवन ज्यादा नहीं कर सकती हैं, तो लिक्विड चीजें और नारियल पानी का सेवन करें। नारियल पानी (Coconut Water Benefits) का सेवन प्रेगनेंसी में बेहद फायदेमंद माना जाता है। आपको बता दें कि नारियल पानी में क्लोराइड, इलेक्ट्रोलाइट्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी जैसे जरूरी पोषक तत्व राए जाते हैं, जो महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी में नारियल पानी पीने के 5 फायदे – 5 Benefits of Drinking Coconut Water during Pregnancy
1.एसिडिटी को दूर करने के लिए क्या पीये?
प्रेगनेंसी में अक्सर महिलाओं को एसिडिटी की समस्या होती है। उल्टी और जी मिचलाने की समस्या भी महसूस होती है। ऐसे में आप रोज सुबह उठकर नारियल पानी पीते हैं तो इन समस्याओं से राहत मिलेगी। नारियल पानी की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मियों में आपको नारियल पानी जरूर पीना चाहिए इसके सेवन से उल्टी, गैस बनना, बुखार आने जैसी समस्याएं दूर रहती हैं और किडनी भी स्वस्थ रहती है। नारियल पानी पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या भी कम होती है।
2.डिहाइड्रेशन को दूर करने के लिए
कई महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान पानी पीना पसंद नहीं होता है। या पानी पीने में अच्छा नहीं लगता जिसके चलते उन्हें डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। खाली पेट नारियल पानी पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है।
3.शिशु के विकास
खाली पेट नारियल पानी पीने से शिशु के विकास में मदद मिल सकती है। नारियल पानी में ओमेगा-3 फैटी एसिड और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं, जो शिशु के विकास के लिए अहम माना जाता है।
4.कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है
नारियल पानी पीने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ठीक रहती है। नारियल पानी में फैट की मात्रा नहीं होती। जिस कारण ये बीपी और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक होता है। खाली पेट नारियल पानी पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है।नियमित गर्भावस्था के समय नारियल पानी पीना महिला के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन कई बार खाली पेट पीने से महिला को समस्या हो सकती है। ऐसे में बिना डॉक्टरी सलाह के इसका सेवन शुरू न करें।
5.इम्यूनिटी को बनाए मजबूत
प्रेगनेंसी में इम्यूनिटी काफी कमजोर हो जाती है। ऐसे में इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। कई बार यूटाआई या यूट्रस से जुड़े इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। नारियल पानी पीने से आप इन संक्रमणों से बच सकते हैं और इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
a. प्रेगनेंसी के किस महीने में नारियल पानी अच्छा होता है?
एक व्यायाम पेय के रूप में: नारियल पानी को एक पेय के रूप में भी सुझाया जाता है जब गर्भवती महिलाएं धीरे-धीरे सक्रिय होती हैं, योग, ध्यान करती हैं। इसके अलावा, गर्भावस्था के पहले 3 महीनों के दौरान नारियल पानी पीने से मां को मॉर्निंग सिकनेस से निपटने और थकान कम करने में मदद मिलेगी।
b. गर्भवती स्त्री को नारियल पानी कब पीना चाहिए?
खाली पेट नारियल पानी पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है। खाली पेट नारियल पानी पीने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है। अगर प्रेगनेंसी में महिलाएं नारियल पानी का सेवन करती हैं तो वो यूरिन इंफेक्शन से भी बच सकती हैं। नारियल पानी के सेवन से पाचन को बेहतर रखने में मदद मिल सकती है।
c. क्या नारियल पानी पीने से बच्चा गोरा होता है?
सच- एक्सपर्ट का कहना है कि बच्चों की त्वचा का रंग (स्किनटोन) सिर्फ माता-पिता के जीन्स पर निर्भर करता है। केसर, नारियल या सफेद चीजें खाने से बच्चे के रंग पर कोई असर नहीं पड़ता है। बच्चे की ग्रोथ अगर सही से ना हुई हो तो इसका असर उनकी स्किन पर पड़ेगा, लेकिन कोई भी सफेद चीज खाने और बच्चे के रंग में कोई संबंध नहीं।
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d. गर्भ में लड़का रहता है तो क्या खाने का मन करता है?
लेकिन ऐसा माना जाता है कि मीठा खाने की क्रेविंग का संबंध गर्भ में लड़की होने से होता है जबकि नमकीन खाने की इच्छा होने का मतलब है लड़का होगा।
e. प्रेगनेंसी में दूध कब पीना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान कभी भी दूध का सेवन किया जा सकता है। प्रेग्नेंसी में दूध लेना नुकसानदायक नहीं होता है लेकिन आपको इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। दूध मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
f. प्रेगनेंसी में खुश रहने के लिए क्या करें?
आप चाहें तो इन आदतों को डिलीवरी के बाद भी जारी रख सकती हैं।
– मां की छुअन जब आप अकेले बैठी हों तो अपने पेट पर हल्के हाथों से मसाज करें।
– संगीत सुनना संगीत सुनना एक थेरेपी है।
– सकारात्मक माहौल गर्भावस्था में महिला के आस-पास का माहौल सकारात्मक होना बेहद जरूरी है।
– सुबह के वक्त लें सूरज की धूप।
– अच्छी डाइट लेना भी है जरूरी।
g. गर्भवती महिला को सुबह उठकर क्या खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं खाली पेट प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन कर सकती हैं। इससे ना केवल शिशु का शारीरिक विकास हो सकता है बल्कि मानसिक विकास होने में भी मदद मिल सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को डेरी उत्पाद चीजें जैसे दूध, दही, छाछ आदि का सेवन जरूर करना चाहिए।
h. प्रेगनेंसी में पत्नी को कैसे रहना चाहिए?
बीबी के आराम का पूरा ख्याल रखें और सुबह-शाम बीबी के साथ वॉक करने का प्रोगाम बनाएं। इससे बीबी को ना सिर्फ शारीरिक रूप से फायदा मिलेगा बल्कि मानसिक स्तर पर भी अच्छा लगेगा। वॉक करते हुए आप बीवी के साथ क्वालिटी टाइम बिता पाएंगे और बीबी को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली तकलीफों का अहसास भी कम होगा।
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