पायरिया क्या है और इसके लक्षण – What is Pyorrhea

What is Pyorrhea:

खाने के बाद मुंह की साफ- सफाई न करने से दांतों में कई प्रकार की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। दांतों की साफ सफाई में कमी के कारण जो बीमारी सबसे जल्दी होती है उसे पायरिया कहते है। आइये जानते है पायरिया क्या है और इसके लक्षण (What is Pyorrhea) क्या है। साथ में ये भी  पायरिया से बचने के लिए कौन कौन सी सावधानी बरतनी चहिये।

पायरिया क्या है – What is Pyorrhea

दांतों की सही तरीके से अगर देखभाल न की जाए तो पायरिया हो सकता है। खाने के बाद मुंह की साफ- सफाई न करने से दांतों में कई प्रकार की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। दांतों की साफ सफाई में कमी के कारण जो बीमारी सबसे जल्दी होती है वो है पायरिया। सांसों की बदबू, मसूड़ों खून और दूसरी तरह की कई परेशानियां पायरिया के लक्षण हैं। पायरिया के कारण असमय दांत गिर सकते हैं।

पायरिया क्यों होता है – Why Does Pyorrhea Happen

 पायरिया क्या है और इसके लक्षण - What is Pyorrhea
What is Pyorrhea

मुंह में लगभग 700 किस्म के बैक्टीरिया होते हैं, जिनकी संख्या करोडों में होती है। यही बैक्टीरिया दांतों और मुंह को बीमारियों से बचाते हैं।

अगर मुंह, दांत और जीभ की सफाई ठीक से न की जाए तो ये बैक्टीरिया दांतो और मसूडों को नुकसान पहुंचाते हैं। पायरिया होने पर दांतों को सपोर्ट करने वाली जबड़े की हड्डियों को नुकसान होता है। इस रोग में मसूड़े पिलपिले और खराब हो जाते हैं और उनसे खून आता है। सांसों की बदबू की वजह भी पायरिया को ही माना जाता है।

पायरिया के लक्षण क्या है –  Symptoms of Pyorrhea

 पायरिया क्या है और इसके लक्षण - What is Pyorrhea
What is Pyorrhea

1. पायरिया होने पर सांसो में तेज दुर्गंध शुरू हो जाती है।

2. मसूडों में सूजन होने लगती है।

3. दांत कमजोर होकर हिलने लगते हैं।

4. गर्म और ज्यादा ठंडा पानी पीने पर दांत संवेदनशील हो जाते हैं और लोग उसे बर्दास्त नही कर पाते हैं।

5. पायरिया होने पर मसूडों से मवाद आना शुरू हो जाता है।

6. मसूडों को दबाने में और छूने पर दर्द होता है।

7. पायरिया की शिकायत होने पर मसूडों से खून निकलने लगता है।

8. दो दांतों के बीच की जगह बढ जाती है, दांतों में गैप होने लगता है।

पायरिया से बचने के लिए सावधानी – To Avoid Pyorrhea

 पायरिया क्या है और इसके लक्षण - What is Pyorrhea
What is Pyorrhea
  •  नीम की पत्तियों को धो कर छाया में सुखा लें और फिर उसे एक बत्रन में रख कर जला लें। जब पत्तियां जल जाएं तब बर्तन को ढंक दें और फिर कुछ देर के बाद राख में सेंधा नमक मिला लें। इस मिश्रण को शीशी में भर कर लख लें और चूर्ण बना कर तीन चार बार मंजन करें।
  •  खाने के बाद मुंह की अंदरुनी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  •   ब्रश करते समय दांतों को अच्छी तरह से और आराम से साफ करें।
  •  टंग क्लीनर से जीभ को अच्छी तरह साफ करें।
  •  दांतों की सफाई के लिए कठोर ब्रश की बजाय कोमल ब्रश का इस्तेमाल करें।
  •  रात में डिनर करने के बाद सोने से पहले भी ब्रश करें।
  •  ब्रश करते समय ध्यान रखिए कि खाने का कोई टुकडा दांतों के बीच फंसा तो नही है।
  •  अच्छे दांत सेहत और सुंदरता की निशानी होती है। इसलिए अपने दांतों का ख्याल रखे।

 

 

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